एन ए आई, ब्यूरो।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के चुनाव इसी वर्ष के अंत में आने वाले हैं और चुनावों से पूर्व हिमाचल प्रदेश का राजनीतिकरण नए योद्धाओं से सजने लगा है। हालांकि अभी तक हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों का वर्चस्व रहा है। पंजाब विधानसभा के चुनाव के बाद सामने आए नतीजों से इतर आम आदमी पार्टी ने भी हिमाचल प्रदेश में पैर पसारना शुरू कर दिया है। जिसके चलते प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही मुसीबतें खड़ी होती दिखाई दे रही है। आम आदमी पार्टी के साथ जहाँ प्रबुद्ध बुजुर्ग थिंक टैंक के रूप में जुड़ रहे हैं वहीं युवा जोश भी बढ़-चढ़कर देखने को मिलने लगा है। हाल ही में युवा कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए युंका के पूर्व प्रदेश महासचिव ईशान ओहरी ने आज जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता करते हुए न केवल युवा कांग्रेस को अलविदा कहने के कारण बताएं बल्कि साथ ही साथ उन्होंने आम आदमी पार्टी के बढ़ते कुनबे को लेकर भी कई सारे खुलासे किए।
बधवार को जिला मुख्यालय के रेस्ट हाउस में आम आदमी पार्टी के नेता ईशान ओहरी की प्रेस वार्ता हुई। इस दौरान उन्होंने युवा कांग्रेस और कांग्रेस को अलविदा कहने के कई कारण बताएं। उन्होंने कहा कि उनके दादा और पिता भी कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ता रहे हैं। उन्हीं से प्रेरणा लेते हुए करीब 15 वर्ष पूर्व एनएसयूआई के माध्यम से उन्होंने कांग्रेस पार्टी में अपनी सेवाओं का सफर शुरू किया। उनके परिवार से मिली प्रेरणा के मुताबिक कांग्रेस पार्टी को आम आदमी की पार्टी बताया गया था। लेकिन आज कांग्रेस और आम आदमी की पार्टी ना होकर चाटूकारों की पार्टी बनकर रह गई है।
इतना ही नहीं कांग्रेस पार्टी में तमाम बड़े नेता अपने पुत्रों को और पुत्रियों को प्रमोट करने के लिए पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं की भी बलि दे रहे हैं। वहीँ ईशान ओहरी ने कहा कि वह किसी टिकट की मंशा लेकर इस पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी हाईकमान चाहेगा तो वह किसी भी जिम्मेदारी को निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार है, फिर चाहे वह संगठन में हो या फिर पार्टी प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ना।