एन ए आई ब्यूरो।
जोहानिसबर्ग टेस्ट की पहली पारी में जब अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे फ्लॉप हो गए थे, तब महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर उनके आलोचकों में शुमार थे।गावस्कर ने तब यहां तक कह दिया था कि जोहानिसबर्ग टेस्ट की दूसरी पारी उनके करियर बचाने या डुबोने वाली पारी होगी।अब जब दोनों बल्लेबाजों ने अपना क्लास दिखाई तो गावस्कर फिर से दोनों पर फिदा हो गए हैं।उन्होंने कहा कि कभी-कभी हम सीनियर खिलाड़ियों पर ज्यादा ही फिदा हो जाते हैं।गावस्कर ने कहा दोने बल्लेबाज उस भरोसे पर खरे उतरे,जो उन पर दिखाया गया था और साथ ही उन्होंने कहा कि युवा प्रतिभाओं से उत्साहित हो जाना आसान होता है।लेकिन टीम को अपने सीनियर खिलाड़ियों पर तब तक भरोसा दिखाना जारी रखना चाहिए जब तक वे खराब तरीके से आउट नहीं होने लगें।लगातार खराब प्रदर्शन के बाद आलोचनाओं से घिरे पुजारा और रहाणे ने बल्ले से अच्छा खेल दिखाया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की दूसरी पारी में अर्धशतक बनाए।