इस साल वॉट्सऐप,इंस्टाग्राम,फेसबुक और ट्विटर जैसे इंटरनेट मीडिया मंचों पर क्रिप्टो से लेकर ओलिंपिक तक की चर्चा खूब रही है। स्टेटिस्टा के आंकड़ों के अनुसार साल 2021 में दुनिया भर में 3.78 अरब मीडिया उपभोगता थे।अपने बढ़ते उपभोगता आधार के साथ इंटरनेट मीडिया अपने प्लेटफार्म को सुरक्षित और बेहतर जगह बनाने का प्रयास कर रहा है।
वाट्सऐप:भले ही प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर वाट्सऐप ही विवाद में क्यों न रहा हो, लेकिन कंपनी ने कई यूजर्स फ्रेंडली फीचर भी जारी किए। कोरोना के टीकाकरण की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए वाट्सएप चैटबाट की शुरुआत की गई। वाट्सएप ने मल्टी-डिवाइस फीचर जारी किया, जो यूजर को एक एकाउंट से चार डिवाइस चलाने की अनुमति देता है। इस साल कंपनी ने अपने प्लेटफार्म से डिसअपीयरिंग मैसेज का फीचर भी जोड़ा, जो मैसेज को खुद डिलीट करने के लिए डिफाल्ट टाइमर सेट करने देता है।
इंस्टाग्राम:यह इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म युवाओं के बीच लोकप्रिय है। इस साल इसमें प्रोफेशनल डैशबोर्ड के साथ रिसेंटली डिलीटेड, लाइव रूम जैसे कई फीचर्स जोड़े गए हैं।इसमें रीलों के लिए रीमिक्स विकल्प भी उपलब्ध कराया गया है। प्लेटफार्म पर नया ‘कोलैब’ फीचर यूजर्स को नये फीड पोस्ट और रील शेयर करते हुए एक-दूसरे के साथ सहयोग करने की अनुमति देता है। स्टोरीज को टेक्स्ट में ट्रांसलेट करने की सुविधा भी जोड़ी गई है।
फेसबुक:इस साल फेसबुक पर कई नये फीचर्स जोड़े गए। फेसबुक ने भारत में यूजर्स के लिए नया रीडिजाइन किया गया पेज शुरू किया। लाइव आडियो रूम के साथ पाडकास्ट भी शुरू किया गया। हालांकि यह सेवा वर्तमान में केवल उन लोगों के लिए उपलब्ध हैं, जो यूएस में रहते हैं। कंपनी ने इस साल रील्स लांच किया, जो एक नया वीडियो-शेयरिंग फीचर है।
ट्विटर:ट्विटर ने इस साल कई नये फीचर्स जोड़े। इस साल बर्डवाच नाम से एक पायलट प्रोग्राम लांच किया, जो यूजर्स को ऐसे ट्वीट्स को फ्लैग करने की अनुमति देता है, जो उनके अनुसार भ्रामक हैं। लोगों को उनके द्वारा शुरू की जाने वाली बातचीत पर अधिक नियंत्रण देने के लिए ट्विटर ने ‘कंवर्सेशिंग सेटिंग’ अपडेट शुरू किया है, जो यूजर को यह सुविधा देता है कि कौन ट्वीट पर रिप्लाई कर सकता है।