एन ए आई, ब्यूरो।
ऊना, वन विभाग ऊना का एक वनरक्षक जंगल मे भड़की आग को बुझाते हुए आग की चपेट में आने से बुरी तरह से झुलस गया। आग की चपेट में आये वनरक्षक को उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में भर्ती करवाया गया था जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया है। मामले की सूचना मिलते ही खुद डीएफओ ऊना मृत्युजंय माधव ने क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचकर घायल वनरक्षक का हाल जाना और स्थिति का जायजा लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रसिद्ध धार्मिकस्थल पीरनिगाह के साथ लगते गांव सैली के सरकारी जंगल में आग लगी हुई थी। इस क्षेत्र में वनरक्षक राजेश कुमार ड्यूटी पर तैनात था। सरकारी जंगल में आग लगने की सूचना मिलते ही वनरक्षक राजेश कुमार व उनके साथ दो फायर वाचर आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे। इस दौरान आग को बुझाते हुए वनरक्षक राजेश कुमार अचानक ही आग की लपटों से घिर गए। इनके साथ आये दो फायर वाचरों ने बड़ी मुश्किल से वनरक्षक को लगी आग पर काबू पाया और स्थानीय लोगों की सहायता से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचाया गया।
जहां चिकित्सकों ने इन्हें प्राथमिक उपचार देने के उपरांत इनकी गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रैफर कर दिया। रेंज ऑफिसर अश्वनी कुमार व वन विभाग की टीम इन्हें लेकर पीजीआई रवाना हो गई है। आग की चपेट में आने से राजेश कुमार का पूरा शरीर झुलस गया है। केवल पैर ही बचे हैं। राजेश कुमार वन विभाग में चतुर्थ श्रेणी में कार्यरत था पिछले वर्ष ही ये पदोन्नत होकर वनरक्षक बना था। डीएफओ ऊना मृत्युजंय माधव ने बताया कि जंगल की आग बुझाते हुए एक वनरक्षक आग की चपेट में आया है। जिसे क्षेत्रीय अस्पताल उना लाया गया, जहां से इसकी गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया है।