हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में छोटी कक्षाओं को खोलने का फैसला लिया गया था जिसके चलते 10 नवंबर से तीसरी से सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों की ऑफलाइन माध्यम से कक्षाएं एलजी रही है और पहली व दूसरी के बच्चो को 15 से स्कूल बुलाया जाएगा।लेकिन छोटे बच्चो को स्कूल बुलाने का सरकार का ये फैसला कही न कही अभिभावकों को रास नहीं आ रहा है। उसी के चलते आज अलग अलग स्कूलों के अभिभावक शिमला उपायुक्त आदित्य नेगी से बातचित करने पंहुचे।अभिभावकों की मांग है की छोटे बच्चों के स्कूल खोलने का निर्णय वापिस लिया जाए और उनकी इस वर्ष की वार्षिक परीक्षाएं भी ऑनलाइन माध्यम से ही करवाई जाए। क्योंकि बच्चो की अतिम परीक्षाएं होने वाली है और जल्द ही स्कूलो मे सर्दी की छुटिया भी होने वाली है।इसी विषय को लेकर आज अभिभावकों ने उपायुक्त से बात की ओर उन्हे आश्वासन भी दिया गया है की इस पर जितना जल्द हो सके फैसला लिया जाएगा।वही जनरल सेक्रेटरी पी. टी. ने कहा की सरकार ने जब भी कोई फैसला लिया है हमने उसका पूर्ण रूप से सहयोग किया है लेकिन सरकार का ये फैसला सही नही है और उन्होंने मुख्यमंत्री से भी गुजारिश की है की इस फैसले को वापिस लिया जाए और अगले सत्र से ही बच्चो की ऑफलाइन क्लास का प्रावधान किया जाए।
छोटे बच्चों को स्कूल बुलाने का सरकार का ये फैसला कही न कही अभिभावकों को रास नहीं आ रहा है।
