एन ए आई ब्यूरो।
ऊना, अभिभावकों की लगातार मांग और कोविड-19 की तीसरी लहर के बाद बदली हुई परिस्थितियों के बीच एक बार फिर पहली से आठवीं तक की कक्षाओं को नियमित रूप से स्कूल बुला लिया गया है। वीरवार सुबह छात्र-छात्राएं एक बार फिर स्कूल पहुंचे। स्कूलों के खुलने से जहां एक तरफ शिक्षकों के चेहरे पर खुशी देखी गई, वहीं छात्र छात्राओं में भी काफी उत्साह नजर आया। हालांकि सिलेबस को लेकर शिक्षकों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं में भी असमंजस की स्थिति है। रिड्यूस किया गया सिलेबस अगली कक्षाओं में बच्चों के लिए चिंता का सबब बन सकता है। जिसे कवर करने के लिए शिक्षकों ने भी अभिभावकों का पूरा सहयोग मांगा है। वहीँ स्कूल खुलने के बाद अध्यापक और छात्र भी खासे उत्साहित दिए। अध्यापकों की माने तो स्कूल न आ पाने के कारण छात्र काफी पीछे होने लगे थे। वहीँ स्कूल पहुंचने पर छात्रों ने ख़ुशी का इजहार किया।
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक का देवेंद्र चंदेल का कहना है कि स्कूल पहुंचे छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह देखा गया है, विशेष रुप से नन्हे मुन्ने स्टूडेंट स्कूल खोलने पर ज्यादा खुश नजर आए हैं। प्रत्येक स्कूल में कोविड-19 व्यवहार के अनुरूप प्रोटोकॉल के पालन का निर्देश दिया गया था जिसके तहत क्लासरूम भी सैनिटाइज किए गए हैं। बच्चों की थर्मल स्कैनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने को अनिवार्य किया गया है। लंबे अरसे के बाद बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं तो उन्हें स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाने के लिए पानी की टंकियों को साफ करने के निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। शिक्षा उपनिदेशक ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए आने वाले समय में वार्षिक परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में स्कूलों में ही आयोजित की जाएगी।